शनिवार, 27 अगस्त 2011
अन्ना की लड़ाई
शनिवार, 4 जून 2011
सत्याग्रह आंदोलन पर सरकार की बरबर्तापूर्ण कार्यवाही
शुक्रवार, 3 जून 2011
बाबा रामदेव जी के सत्याग्रह आंदोलन का तन मन धन से समर्थन
बाबा रामदेव जी आपके इस अभूर्तपूर्ण एतिहासिक सत्याग्रह मेँ हम अपने साथियो के साथ आपके साथ हैँ बाबा आप देश ही नही पूरे विश्व के लिए भगवान के अवतार हैँ बाबा आज हमारे देश मेँ भष्ट्राचार,घुसखोरी दावानल की तरह बढता जा रहा हैँ और इस पर अंकुश लगाने का आपका निर्णय एतिहासिक हैं इस सत्याग्रह मेँ हम आपके साथ हैं बाबा मैँ पेशे से एक वकील हूँ लेकिन न्याय की मंदिर कहलाने वाले उस पवित्र स्थान पर भी बिना चढोत्री के कोई काम नही होता बाबा मुझे खुस देकर काम करवाने में बहुत शर्म और गुस्सा भी आता हैँ लेकिन क्या करे पूरा सिस्टम इसमे लिप्त हैँ आज अधिकारी कर्मचारी घुस लेना अपना जन्म सिद्द अधिकार बना लिया हैँ इस पर अंकुश लगाने के लिए आपको बहुत बहुत धन्यवाद राजेन्द्र प्रसाद शाह एडवोकेट बैढन (सिँगरौली) म.प्र.
बुधवार, 1 जून 2011
बेरोजगारी की समस्या का करेँ सत्याग्रह
रविवार, 10 अप्रैल 2011
जन लोकपाल बिल बनाम भष्ट्राचार
शुक्रवार, 4 मार्च 2011
बाबा रामदेव से निवेदन
शादी मुबारक
लालू यादव को जबाब
1. काला धन तुरन्त वापस लाया जाय
2. भष्ट्राचार मेँ लिप्त लोगो के लिए फांसी की सजा का प्रावधान किया जाय
3. दोहरी शिक्छा प्रणाली बंद किया जाय
4. वेतन असमानता कम किया जाय
5. बडे नोट वापस लिया जाय
शुक्रवार, 18 फ़रवरी 2011
शिक्छाप्रद बातेँ-
शिक्छाप्रद बातेँ-
1- सच्चा इंसान वह हैँ जो इंसानियत से प्यार करता हैँ ।
2- शुभ और अशुभ सफलता का घोतक हैँ कर्म करते रहो सफलता अवश्य मिलेगी ।
3- शिळा,सत्ता,सम्पति मेँ इंसान का बराबर का हक हैँ । 4- दुसरो के लिए जीना पुण्य हैँ और अपने लिये जीना पाप हैँ ।
5- जो अपना पेट पालते हैँ वह पशू हैँ जो दुसरो के लिए जीता हैँ वही इंसान हैँ ।
6- निराशा इंसान की असाध्य बिमारी हैँ ।
7- भाग्य पर भरोसा मूर्ख लोग करते हैँ बुध्दिमान लोग कर्म पर विश्वास करते हैँ ।
8- उसे सच्चा मित्र मत समझो जो तुम्हारी हाँ मेँ हाँ मिलाकर तुम्हारी तारीफ करता हैँ सच्चा मित्र तो वह हैँ जो तुम्हारा विरोध करता हैँ ।
9- कर्म का अर्थ आंख मूद कर माला जपने से नहीँ हैँ कर्म का तात्पर्य अनिति के खिलाफ संघर्ष से हैँ ।
10- संसार मेँ गरीबी तब तक रहेगी जब तक गरीब अमीरोँ के खिलाफ संघर्ष नही करगेँ ।
भारत मेँ बढता हुआ भष्टाचार व खुशखोरी के कारण व निदान
निदान-
1 - दोहरी शिक्छा प्रणाली तत्काल बँद किया जाय ।
2- वेतन की असमानता कम किया जाय अर्थात मजदुर व अन्य सेवको के वेतन मेँ धरती आसमान का अंतर नही होना चाहिए क्योकि आवश्यकता सभी कि समान हैँ ।
3 - किसानो द्रारा उत्पादित अनाजो का दाम तय करने का अधिकार किसानो को ही होना चाहिए न की पाचसितारो होटलो मेँ बैठे उच्च अधिकारियो ।
4 - भष्ट्राचार कम करने के लिए जांच समिति बनाई जाय और दोषी ब्यक्ति या अधिकारियो को तत्काल काम से निकाल कर सजा दिया जाय ईस कार्य को तत्काल चालु किया जाय गांवो मेँ बहुत से अपात्र लोगो का नाम BPL सुची मेँ भाई भतिजेवाद के तहत जोडा गया हैँ जाच कराकर दोषी ब्यक्तियो को तत्काल सजा दिया जाय ।
5 - भारत मेँ बेरोजगारी दुर करने के लिए अंक प्रणाली भर्ति तत्काल बंद किया जाय और भर्ति मेँ आयु सीमा का बंधन समाप्त किया जाय तथा परिवार के एक ब्यक्ति को अनिवारत: काम दिया जाय ।
शेष अगले अंक मेँ अगर लेख अच्छा लगे तो फोन करे 9630101028